Savings Account Rule:आज के समय में लगभग हर व्यक्ति के पास एक न एक बचत खाता (Savings Account) होता है। लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते कि इसमें पैसा जमा करने और उससे संबंधित कुछ नियम आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा तय किए गए हैं। यदि इन नियमों का पालन नहीं किया गया, तो इनकम टैक्स का नोटिस आ सकता है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बचत खाते से जुड़े कौन-कौन से नियमों का ध्यान रखना जरूरी है।
बचत खाते में रखने की कोई अधिकतम सीमा नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से बचत खाते में कितनी राशि रखी जा सकती है, इस पर कोई सीधा प्रतिबंध नहीं है। आप जितना चाहें उतना पैसा अपने खाते में रख सकते हैं। हालांकि, अधिकांश बैंक सलाह देते हैं कि खाते में जरूरत से ज्यादा पैसा न रखें क्योंकि इसमें ब्याज दर बहुत कम (2.5% से 4%) होती है।
10 लाख रुपये से अधिक जमा पर रिपोर्टिंग अनिवार्य
यदि आप एक वित्तीय वर्ष में अपने सेविंग अकाउंट में ₹10 लाख या उससे अधिक नकद जमा करते हैं, तो बैंक को इसकी सूचना आयकर विभाग को देनी होती है। यह जानकारी Statement of Financial Transaction (SFT) के तहत भेजी जाती है, जिससे सरकार काले धन और संदिग्ध लेन-देन पर नजर रख सके।
ब्याज पर कर नियम (Tax on Interest)
बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स लागू होता है। यदि किसी वित्तीय वर्ष में आपको सेविंग अकाउंट से ₹10,000 से अधिक ब्याज मिलता है, तो यह टैक्सेबल इनकम मानी जाती है। इस पर आपको अपनी टैक्स स्लैब के अनुसार आयकर देना होगा।
वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए यह सीमा ₹50,000 तक है, यानी उन्हें इस राशि तक ब्याज पर कोई टैक्स नहीं देना होता।
आय से अधिक जमा पर आ सकता है इनकम टैक्स का नोटिस
यदि आपने अपने खाते में बहुत अधिक रकम जमा की है और वह आपकी आय के अनुपात में नहीं है, तो आयकर विभाग आपसे स्पष्टीकरण (Explanation) मांग सकता है। यदि आप कारण नहीं बता पाए या दस्तावेज नहीं दिखा पाए, तो नोटिस मिलना तय है।
इसलिए हमेशा अपने निवेश और आय के स्रोत का ठोस रिकॉर्ड और दस्तावेज संभालकर रखें।
बचत खाते में अधिक राशि रखने के नुकसान
बचत खाते में बड़ी राशि लंबे समय तक रखना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि:
ब्याज दर बहुत कम होती है।
महंगाई दर को देखते हुए यह रिटर्न नगण्य हो जाता है।
बेहतर विकल्प जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), म्यूचुअल फंड आदि में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होता है।
जरूरी सुझाव और सावधानियां
सेविंग अकाउंट में केवल उतना ही पैसा रखें, जितना आपकी जरूरत के लिए जरूरी हो।
बड़ी राशि निवेश करने के लिए अन्य साधनों का प्रयोग करें।
सभी लेन-देन का रिकॉर्ड रखें और टैक्स नियमों का पालन करें।
वित्तीय निर्णय लेने से पहले किसी अनुभवी वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
बचत खाता हमारी वित्तीय सुरक्षा का अहम हिस्सा होता है, लेकिन इससे जुड़े टैक्स नियमों को समझना और उनका पालन करना बहुत जरूरी है। अगर आप अनावश्यक जोखिम से बचना चाहते हैं तो समय पर सही जानकारी रखें और सतर्क रहें।