रजिस्ट्रेशन के बाद भी प्रॉपर्टी पर अधिकार अधूरा है? जानिए वजह:Property Registration

Property Registration:जब आप कोई प्रॉपर्टी खरीदते हैं और उसका रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं, तो आपको लगता है कि अब आप उसके कानूनी मालिक बन चुके हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि सिर्फ रजिस्ट्रेशन से ही मालिकाना हक पूरा नहीं होता। इसके लिए और भी कई जरूरी दस्तावेज़ और कानूनी प्रक्रियाएं होती हैं। आइए जानते हैं कि कैसे आप अपनी प्रॉपर्टी के सही और कानूनी मालिक बन सकते हैं।

प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के बाद क्या करना होता है?

रजिस्ट्रेशन केवल पहला कदम है। इसके बाद आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ इकट्ठा करने होते हैं और कुछ कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है। इनमें मुख्य हैं – म्यूटेशन, टैक्स रसीदें, और एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट जैसी चीज़ें।

जरूरी दस्तावेज़ जो आपको रखने चाहिए

  1. सेल डीड (Sale Deed) – यह आपके मालिकाना हक का सबसे महत्वपूर्ण प्रमाण है। इसे रजिस्ट्रार ऑफिस से रजिस्टर्ड कराना होता है।

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  2. फॉर्म 16 – यह आयकर भुगतान से जुड़ा दस्तावेज़ है जो यह साबित करता है कि आपने आवश्यक टैक्स चुकाया है।

  3. म्यूटेशन सर्टिफिकेट – यह प्रमाणित करता है कि प्रॉपर्टी का नाम अब आपके नाम पर दर्ज हो गया है।

  4. प्रॉपर्टी टैक्स रसीद – यह रसीद दिखाती है कि आपने नगर निगम या पंचायत को प्रॉपर्टी टैक्स अदा किया है।

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  5. एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट – यह सर्टिफिकेट यह पुष्टि करता है कि प्रॉपर्टी पर कोई कर्ज या कानूनी बंधन नहीं है।

म्यूटेशन क्यों जरूरी है?

म्यूटेशन से प्रॉपर्टी का रिकॉर्ड सरकारी रजिस्टर में आपके नाम पर दर्ज होता है। अगर म्यूटेशन नहीं करवाया गया तो भविष्य में किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न हो सकता है, और आपके स्वामित्व को चुनौती दी जा सकती है।

प्रॉपर्टी की कानूनी जांच कैसे कराएं?

इन बातों का रखें खास ध्यान

ध्यान देने वाली बातमहत्वसुझाव
सेल डीडउच्चरजिस्टर्ड होनी चाहिए
म्यूटेशनउच्चजल्द से जल्द करवाएं
टैक्स भुगतानमध्यमसमय पर भुगतान करें
एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेटउच्चअनिवार्य रूप से लें
वकील से सलाहउच्चकानूनी जोखिम से बचने के लिए

सामान्य सवाल और उनके जवाब

प्रश्न: क्या सिर्फ सेल डीड से मैं मालिक बन जाता हूँ?
उत्तर: नहीं, म्यूटेशन और टैक्स रसीद जैसे अन्य दस्तावेज़ भी जरूरी हैं।

प्रश्न: म्यूटेशन कब करवाना चाहिए?
उत्तर: जैसे ही रजिस्ट्रेशन हो जाए, तुरंत म्यूटेशन करवाएं।

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प्रश्न: वकील से सलाह क्यों जरूरी है?
उत्तर: ताकि आप कानूनी रूप से सुरक्षित रहें और किसी विवाद से बच सकें।

प्रॉपर्टी खरीदना एक बड़ा निवेश होता है और इसमें छोटी सी गलती भी भारी नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए सिर्फ रजिस्ट्रेशन पर भरोसा न करें, बाकी सभी जरूरी दस्तावेज़ जुटाएं, कानूनी प्रक्रिया पूरी करें और एक अनुभवी वकील की सहायता लें। तभी आप पूरी तरह से अपनी प्रॉपर्टी के कानूनी मालिक कहला सकते हैं।

यदि आप चाहें तो इस लेख को PDF या प्रॉपर्टी चेकलिस्ट के रूप में भी डाउनलोड कर सकते हैं, जिससे भविष्य में कोई भी कानूनी परेशानी न हो।

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